विद्यालय परिचय
महर्षि दयानंद इंटर कॉलेज, गोविंदपुरी मोदीनगर, विद्यालय की स्थापना सन् 29 अगस्त 1954 ई0 को पंजाब से आए विस्थापितों व आसपास के ग्रामीण अंचल के छात्रों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गई | पूर्व में इसका नाम गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल, गोविंदपुरी, मोदीनगर रखा गया बाद में इस विद्यालय का नाम बदलकर महान समाज सुधारक व आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद जी के नाम पर महर्षि दयानंद इंटर कॉलेज गोविंदपुरी मोदीनगर कर दिया गया | ….
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सन् 1957 में यह विद्यालय उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आर्य प्रतिनिधि सभा, लखनऊ उत्तर प्रदेश को लीज पर दिया गया वर्तमान में यही संस्था विद्यालय की मुख्य स्वामिनी है |

वर्तमान में विद्यालय में प्रधानाचार्य के अतिरिक्त 30 अध्यापक, सह अध्यापक, कर्मचारी एवं पीटीए शिक्षक हैं |

विद्यालय में इंटरमीडिएट स्तर तक कला विज्ञान तथा वाणिज्य वर्गो की शिक्षा का समुचित व्यवस्था है। 24 कक्षों का विशाल भवन, खेलकूद के लिए विशाल प्रांगण, आधुनिक उपकरणों तथा साज-सज्जा से युक्त भूगोल भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान विषयों की प्रयोगशाला, भव्य पुस्तकालय एवं वाचनालय, विभिन्न विषयों के अध्यापन हेतु प्रथक-कक्ष, भव्य सभा कक्ष, विस्तृत एवं सुरम्य क्रीडा स्थल सुनिर्मित प्रांगण इस संस्था की अपनी शोभा है।

Messages

श्री अनुज कुमार

प्रबंधक - महर्षि दयानंद इंटर कॉलेज, गोविंदपुरी मोदीनगर

मैं विद्यालय का प्रबन्धक होने के नाते सभी क्षेत्रवासियों को पूर्ण विश्वास दिलाना चाहता हूं कि आप सभी शिक्षा के क्षेत्र में हमारा पूर्ण सहयोग करेंगे जिससे हमारा विद्यालय क्षेत्र की जनता को अच्छा परिणाम दे सके| .. Read More...

डॉ० अंशु सिंह

प्रधानाचार्या-महर्षि दयानंद इंटर कॉलेज,गोविंदपुरी मोदीनगर

महर्षि दयानंद इंटर कॉलेज, गोविंदपुरी मोदीनगर, की वैबसाइट www.maharishidayanandintercollegegovindpuri.in आप सबके समक्ष प्रस्तुत करते हुए ... Read More...
शिष्टाचार और छात्र व्यवहार दिशानिर्देश - इस जानकारी का उद्देश्य उचित व्यवहार को समझने में छात्रों की सहायता करना है। ...आपको शिक्षकों, माता-पिता और बड़ों के आदेशों का पालन करना चाहिए।
सभी विद्यार्थियों को निर्धारित समय पर विद्यालय आना अनिवार्य है।
"एम0डी0आई0सी0 मोदीनगर एक आदर्श स्कूल है जहां सभी छात्र समान हैं, सभी शिक्षक त्याग की भावना के साथ प्रत्येक विद्यार्थी का ध्यान रखते हैं।
विद्यालय आपका है, अतः आप इसके प्रमुख अनुशासन निर्माता है ऐसी दशा में विद्यालय में आदर्श-प्रभावी स्थापना का सम्पूर्ण उत्तरदायित्व आपका है |
वो शिक्षक ही होता हे जो अपने ज्ञान से व्यक्ति , समाज और राष्ट्र का निर्माण करता हे। वो शिक्षक ही होता हे जो विधार्थी में आत्मविश्वास का संचार करता हे जिसकी वजह से विधार्थी अपने जीवन में कुछ करने का हौसला रखते हे
निर्धारित लक्ष्य के बिना आप जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफल नहीं हो सकते. ... कठिनाइयों में भी अपने लक्ष्यों का पीछा करते रहें, और विपत्तियों को अवसरों में बदल दें. .
शिक्षा हमें विभिन्न प्रकार का ज्ञान और कौशल को प्रदान करती है। यह सीखने की निरंतर, धीमी और सुरक्षित प्रक्रिया है, जो हमें ज्ञान प्राप्त करने में मदद करती है। यह निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है, जो हमारे जन्म के साथ ही शुरु हो जाती है और हमारे जीवन के साथ ही खत्म होती है।
कौशल विकास का मतलब होता है हम अपने कुछ किए हुए कार्यों को आगे ले जा करके उनका विकास कर सकें। यदि हम अभी वर्तमान Present में स्टूडेंट हैं या कुछ हमने पढ़ाई की है या किसी प्रकार के हमें काम करने की क्षमता है तो, उसका विकास यानी उसमें हमें तरक्क़ी लाना है और आगे जाकर के उससे लाभ प्राप्त करना है।
विद्यालयी वातावरण के अन्तर्गत उन सभी तथ्यों का समावेश होता है जो विद्यालय के वातावरण को स्वस्थ्य रखने, बालकों में स्वस्थ जीवन व्यतीत करने की आदतों के निर्माण में सहायक सिद्ध होता है।
General faq
  • वहां कुछ बाधाएं मौजूद हैं जो अधिक योग्यता-आधारित शिक्षा प्रणाली को रोकती हैं

    आज की शिक्षा प्रणाली में पुरानी शिक्षा पद्धत्ति शामिल हैं, जिनमें नीति और दशकों पुरानी विधियां शामिल हैं, जो स्कूलों को योग्यता-आधारित मॉडल में जाने से रोकता है।

    इस समस्या के समाधान में शामिल हैं:

    • योग्यता आधारित शिक्षा पर शैक्षणिक संसाधन बनाना |
    • सफल योग्यता-आधारित मॉडल का निर्माण करें।
    • दक्षताओं और कौशल विकास के लिए एक तकनीकी समाधान बनाना।
  • नेतृत्व हमेशा दूसरे क्रम में परिवर्तन, और संभावित नेतृत्व भूमिकाओं में समर्थन नहीं करता है

    इस समस्या के समाधान में शामिल हैं:

    • द्वितीय क्रम परिवर्तन नेतृत्व को सक्षम करने के लिए अभिनव स्कूल प्रयासों के समूह को बढ़ावा देना।
    • कौशल विकास उपयोग किए जाने के लिए एक ढांचा बनाना |
    • द्वितीय क्रम नेतृत्व के बारे में अनुसूची पैनल बनाना ।
  • प्रौद्योगिकी-आधारित परिवर्तन सहित समुदायों और संस्कृतियों को बदलने के लिए प्रतिरोधी हैं।

    इस समस्या के समाधान में शामिल हैं:

    • विद्यालय और जिला हितधारकों और समुदाय के सदस्यों के साथ अत्याधुनिक और तकनीक-समझदार सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के नए और आकर्षक तरीकों की पहचान करना।
    • प्रौद्योगिकी समृद्ध स्कूलों में व्यावसायिक माननीयों को शामिल करें और स्कूल-व्यवसाय साझेदारी बनाएं।
    • राष्ट्रीय एड-टेक जागरूकता अभियानों का नेतृत्व करने के लिए प्रभावशाली संगठनों की तलाश करें।
  • Testimonial
    • हम अपने बेटे की स्कूली शिक्षा एम0डी0आई0सी0, गोविंदपुरी में कराने के निर्णय से बहुत खुश हूं। यह स्कूल बच्चों के समुचित विकास पढ़ाई और संस्कृति दोनों में अव्वल है ...
      Parent
    • मुझे एम0डी0आई0सी0, गोविंदपुरी में शिक्षकों और छात्रों द्वारा समान रूप से प्रदान किए जाने वाले माहौल के कारण गर्व है। एम0डी0आई0सी0, गोविंदपुरी मेँ, पढ़ाई के साथ साथ बौद्धिक विकास भी किया जाता है|
      Student
    • मैं पिछले 5 सालों से एम0 डी0 आई0 सी0, गोविंदपुरी में बच्चों को पढ़ा रहा हूं और यह मेरे लिए हर समय एक अद्भुत अनुभव रहा है। उनके प्यार और स्नेह ने मुझे हर साल नए उत्साह के लिए प्रोत्साहित किया है।
      Faculty
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